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Gonda Train Accident: दर्दनाक दुर्घटना में 4 की मौत, 20 घायल

Train Accident

उत्तर प्रदेश के गोंडा में ट्रेन हादसा: चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 8 कोच पटरी से उतरे, चार मृतक, 20 घायल

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में 18 जुलाई को एक दर्दनाक ट्रेन हादसा हुआ, Gonda Train Accident जिसमें चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की आठ बोगियां पटरी से उतर गईं। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। हादसा दोपहर 2:35 बजे के आसपास हुआ, जब ट्रेन मोतीगंज-जिलाही रेलवे स्टेशन के बीच से गुजर रही थी। दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

 

मुख्य बिंदु:

तत्काल राहत और समर्थन:

घटनास्थल पर पहुंचे गोंडा के जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सभी उपलब्ध एंबुलेंस मौके पर भेज दी गई हैं और स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत आयुक्त कार्यालय से लखनऊ और बलरामपुर से NDRF की एक-एक टीम भेजी गई है।

दुखद संवेदना और समर्थन:

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने Gonda Train Accident में मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को तेजी से राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

असम सरकार की प्रतिक्रिया:

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है और स्थिति पर नजर रख रही है। उन्होंने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री को Gonda Train Accident के बारे में सूचित कर दिया गया है और सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने Gonda Train Accident हादसे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “यूपी में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना मोदी सरकार द्वारा रेल सुरक्षा को व्यवस्थित तरीके से खतरे में डालने का एक और उदाहरण है। हमारे शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं और हमारी प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं घायल लोगों के साथ हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “एक महीने पहले, 11 लोगों की मौत हो गई थी जब एक मालगाड़ी ने सियालदह-अगरतला कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकराई थी।”

इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर से रेलवे सुरक्षा और प्रशासनिक तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उम्मीद है कि राहत और बचाव कार्य जल्द से जल्द पूरा होगा और दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

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